पाकिस्तान की यूट्यूबर अनम शेख ने बंदरगाह को लेकर भारत और ओमान के बीच हुई इस डील पर आम लोगों से बातचीत की है। अनम से बात करते हुए पेशे से टीचर तारिक हुसैन ने कहा कि बहुत गल्त हुआ है। इससे व्यापार और सुरक्षा, दोनों लिहाज से पाकिस्तान को खतरा है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। आरिफ ने इस पर कहा कि ओमान एक मुस्लिम मुल्क है, ऐसे में इस पर दूसरे मुस्लिम देशों को बलना चाहिए था। आखिर ओमान भारत को क्यों अपना पोर्ट दे रहा है। आरिफ की बात को आगे बढ़ाते हुए एक दूसरे शख्स ने कहा, मुस्लिम देशों के बीच एकता नहीं है। इसलिए ये होता है। फिलीस्तान को ही देख लीजिए, किस तरह से लोग मारे जा रहे हैं और कोई कुछ नहीं बोल रहा है। अगर कोई यूरोप में छोटा सा भी हमला कर दे तो सारे मुल्क एक होकर बहुत मजबूती से उसके सामने खड़े हो जाते हैं।
‘भारत से ही सुधारने होंगे रिश्ते’
पाकिस्तान के अन्य शख्स यूसुफ ने कहा, दुनिया पैसे से चल रही है। ये कारोबारी ताल्लुक हैं और इसमें मुसलमान और हिन्दू नहीं चलता बल्कि फायदा नुकसान चलता है। ओमान के पोर्ट पर भारत के जहाज रुकने से हमें कोई खतरा नहीं है। हम तो व्यापार के मामले में पहले ही बहुत नुकसान पहुंचा चुके हैं। हमें जरूरत है कि हम भारत, ओमान ही नहीं दुनियाभर के मुल्कों के साथ ताल्लुक बेहतर करें। पाकिस्तान के राजनीतिक लोग हमेशा अपनी सोचते हैं। अगर हमारे नेता भी चाहें तो क्यों नहीं दुनिया में हमारे संबंध बेहतर होंगे। हमें भारत से भी ट्रेड करना चागिए। इंसान आगे बढ़ना चाहता है तो सबसे ताल्लुक रखना चाहिए। एक अन्य शख्स ने कहा कि लोग कह रहे हैं ओमान के पोर्ट का इस्तेमाल करके इंडिया पता नहीं क्या कर देगा। हम तो कहते हैं कि भारत से भी रिश्ते बेहतर कीजिए ताकि ये खतरा पैदा ही ना हो।
डुक्म बंदरगाह ओमान की राजधानी मस्कट से 550 किमी दक्षिण में स्थित है। ये मुंबई से पश्चिम की ओर एक सीध में स्थित है। ऐसे में भारत ओमान के डुक्म बंदरगाह के जरिए अपने माल को आसानी से जमीनी रास्ते से सऊदी अरब और उससे भी आगे पहुंचा सकता है। डुक्म से सड़क मार्ग के जरिए आसानी से सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात पहुंचा जा सकता है। डुक्म के स्पेशल इकनॉमिक जोन में इंटीग्रेटेड जहाज मरम्मत यार्ड और ड्राई डॉक सुविधा भी उपलब्ध है। ऐसे में जहाजों को रिपेयर करने का काम भी आसानी से किया जा सकता है।