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सऊदी अरब में अब मस्जिदों के अंदर नहीं होगा इफ्तार, प्रिंस सलमान ने लगाया प्रतिबंध

सऊदी अरब में अब मस्जिदों के अंदर नहीं होगा इफ्तार, प्रिंस सलमान ने लगाया प्रतिबंध

सऊदी अरब में अब मस्जिदों के अंदर नहीं होगा इफ्तार, प्रिंस सलमान ने लगाया प्रतिबंध

Curated by प्रियेश मिश्र | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 25 Feb 2024, 3:25 pm

सऊदी अरब की मस्जिदों के अंदर रमजान के दौरान इफ्तार पार्टी देने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह आदेश पवित्र महीने में मस्जिदों को साफ रखने के उद्देश्य से जारी किया गया है। आदेश में इमामों को नमाज के दौरान उपदेश को छोटा करने को भी कहा गया है।

Saudi Mosque Iftar

रियाद: सऊदी अरब ने मस्जिदों के अंदर इफ्तार परोसने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह आदेश सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद की आज्ञा के बाद जारी किया गया है। अब नए आदेश के अनुसार, रमजान के दौरान पूरे देश की मस्जिदों के अंदर इफ्तार पार्टी नहीं हो सकेगी। आदेश में कहा गया है कि मस्जिदों के इमामों को आगामी पवित्र महीने के दौरान उपासकों को इफ्तार कराने के लिए दान इकट्ठा करने से भी रोक दी गई है। यह कदम इस्लामिक मामलों मंत्रालय के रमजान से जुड़े उपायों का हिस्सा हैं।

मस्जिदों को साफ रखने का दिया गया निर्देश

मंत्रालय ने मस्जिदों को साफ रखने के लिए अंदर इफ्तार परोसने पर प्रतिबंध लगा दिया और निर्देश दिया कि भोज कंपाउंड में एक पहले से तय किए गए स्थान पर आयोजित किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त, नमाज के दौरान इमाम की फिल्म बनाने के लिए मस्जिदों के अंदर कैमरों के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध रहेगा या विभिन्न मीडिया के माध्यम से प्रार्थना प्रसारित करने और प्रसारित करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।

इमामों से लंबा उपदेश देने से बचने को भी कहा गया

इस बीच, इमामों से तरावीह की नमाज को लंबा करने से बचने और उपासकों के लिए लाभकारी उपदेश देने का आग्रह किया गया, विशेष रूप से उपवास के नियमों और रमजान के पवित्र महीने की खूबियों पर प्रकाश डालने वाले उपदेशों से बचने को कहा गया है। सऊदी अरब अपने देश की छवि एक कट्टरपंथी मुल्क से बदलना चाहता है। इसका प्रमुख कारण प्रिंस सलमान की नई आर्थिक नीति है, जिसके जरिए वह 2030 तक सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था की तेल से निर्भरता को हटाना चाहते हैं।

प्रियेश मिश्र के बारे में

प्रियेश मिश्र

नवभारत टाइम्स डिजिटल में डिजिटल कंटेंट राइटर। पत्रकारिता में दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, अमर उजाला जैसी संस्थाओं के बाद टाइम्स इंटरनेट तक 5 साल का सफर जो इंदौर से शुरू होकर एनसीआर तक पहुंचा है पर दिल गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर और गोरक्षनाथ की धरती गोरखपुर में बसता है। देश-विदेश, अंतरराष्ट्रीय राजनीति/कूटनीति और रक्षा क्षेत्र में खास रुचि। डिजिटल माध्यम के नए प्रयोगों में दिलचस्पी के साथ सीखने की सतत इच्छा।… Read More

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