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गारंटी वाले प्रोजेक्ट, राज्यों का दौरा, जानिए पीएम नरेंद्र मोदी क्यों पड़ जाते हैं विरोधियों पर भारी

गारंटी वाले प्रोजेक्ट, राज्यों का दौरा, जानिए पीएम नरेंद्र मोदी क्यों पड़ जाते हैं विरोधियों पर भारी

गारंटी वाले प्रोजेक्ट, राज्यों का दौरा, जानिए पीएम नरेंद्र मोदी क्यों पड़ जाते हैं विरोधियों पर भारी

Curated by विश्वनाथ सुमन | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 4 Mar 2024, 3:32 pm

लोकसभा में 400 सीट जीतने का लक्ष्य लेकर चुनाव की घोषणा से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने गारंटी वाले सफर पर निकल चुके हैं। मार्च में उनके दौरे का दूसरा राउंड शुरू होगा और कम अंतराल में ही वह दोबारा राज्यों में पहुंचने वाले हैं। इस बार भी पीएम मोदी के पिटारे में हर राज्य के लिए सौगात है।

PM state visit.
पीएम मोदी देश के सभी राज्यों में परियोजनाओं का शुभारंभ कर रहे हैं

पटना: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यात्रा समापन से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के सभी राज्यों का पहले राउंड का दौरा कंप्लीट कर लिया है। पीएम मोदी फरवरी से मार्च के पहले सप्ताह तक कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से असम तक कई सभाओं को संबोधित कर चुके हैं। अब उनके दौरे का दूसरा राउंड शुरू हो गया है। इन दौरों में पीएम मोदी दो काम कर रहे हैं। पहला, मोदी की गारंटी वाली परियोजनाओं का उद्घाटन और नई परियोजनाओं को शिलान्यास। इन प्रोजेक्टस के लिए उन्होंने तिजोरी का मुंह भी खोल दिया है। लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले पीएम मोदी 12 राज्यों का तूफानी दौरा करने वाले हैं। आचार संहिता लागू होने से पहले वह अगले 10 दिनों में लाखों के प्रोजेक्टस का ऐलान भी करेंगे। उनकी झोली में हर राज्य के लिए चुनावी गिफ्ट तैयार है। अपनी रैलियों में पीएम मोदी यह दावा कर रहे हैं कि जिस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करते हैं, उसका उद्घाटन भी खुद ही करते हैं। इस तरह वह कॉन्फिडेंस के साथ तीसरी बार सरकार में लौटने का ऐलान कर रहे हैं।

गारंटी वाले प्रोजेक्ट के लिए पीएम मोदी खोल दिया खजाना

पीएम नरेंद्र मोदी छह दिनों में दूसरी बार 6 मार्च को बिहार और पश्चिम बंगाल जाने वाले हैं। इसके अलावा वह अगले 10 दिनों में 12 राज्यों की यात्रा करेंगे। तेलंगाना, तमिलनाडु, ओडिशा, वेस्ट बंगाल और बिहार के लिए उनके पास 1 लाख 6 हजार करोड़ के बजट वाले प्रोजेक्ट्स हैं, जिनकी घोषणा अगले दो दिनों में करने वाले हैं। इसके अलावा वह जम्मू और कश्मीर, असम, अरुणाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात और राजस्थान का दौरा करेंगे। चुनाव से पहले अपने दौरे की शुरुआत I.N.D.I.A. गठबंधन के राज्यों तेलंगाना और तमिलनाडु से की है। तेलंगाना में पीएम मोदी 62 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शुभारंभ किया। पिछले महीने असम में 11600 करोड़ की परियोजनाओं की आधारशिला रखी। गुजरात में 48 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। झारखंड में 35700 करोड़ और पश्चिम बंगाल में 7200 करोड़ के प्रोजेक्टस का भी पीएम मोदी शुभारंभ कर चुके हैं। तमिलनाडु को दी 17300 करोड़ के प्रोजेक्ट की सौगात दी। बिहार को 48 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन कर चुके हैं और 6 मार्च को 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। 6 मार्च को पश्चिम बंगाल को भी 15,400 करोड़ रुपये की लागत से परियोजनाओं का गिफ्ट देंगे। ओडिशा के जाजपुर में 19,600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे।

लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी का मुकाबला कैसे करेंगे राहुल गांधी

दो राउंड की यात्रा के बाद अभी पीएम नरेंद्र मोदी का मेन कैंपेन बाकी है। मार्च-अप्रैल में उनके देश भ्रमण का तीसरा दौर चलेगा। मार्च के तीसरे सप्ताह में लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के बाद पीएम मोदी रोजाना दो-तीन रैलियों को संबोधित करेंगे। देश के सभी राज्यों में उनकी चुनावी सभा तय है। इसके अलावा बीजेपी ने पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा और बड़े नेताओं की ड्यूटी भी लगा रखी है। इस तरह जब राहुल गांधी की यात्रा का समापन महाराष्ट्र में होगा, पीएम नरेंद्र मोदी खुद देश के सभी राज्यों का दो बार दौरा कंप्लीट कर चुके होंगे। सभी राज्यों की सभा के जरिये पीएम मोदी 200 से अधिक लोकसभा सीट तक अपनी गारंटी पहुंचाएंगे। इससे उलट राहुल गांधी अपने न्याय यात्रा के जरिये 67 दिनों में 15 राज्यों की 100 लोकसभा सीट को कवर करेंगे। पीएम मोदी ने अपने दौरे के पहले चरण में असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और बंगाल को चुना। बीजेपी ने मोदी की गारंटी वाले सभाओं के जरिये राहुल गांधी के फुटप्रिंट को धुंधला कर दिया। इसके अलावा राहुल की शुरुआती यात्रा वाले राज्यों में पिछले एक महीने के अंदर कई राजनीतिक बदलाव हो चुके हैं। बिहार में नीतीश कुमार बीजेपी के साथ हैं। झारखंड के हेमंत सोरेन जेल में हैं। यूपी में राहुल के बयान पर बवाल मच चुका है। खुद राहुल गांधी अपनी यात्रा में गैप ले रहे हैं। कुल मिलाकर राहुल गांधी चुनावी लड़ाई के पहले दौर में पिछड़ चुके हैं।

विश्वनाथ सुमन के बारे में

विश्वनाथ सुमन

प्रिंट और डिजिटल में 18 वर्षों का सफर। अमर उजाला, नवभारत टाइम्स ( प्रिंट), ईटीवी भारत के अनुभव के साथ संप्रति nbt.in में।… Read More

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