जयपुर: राजस्थान में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद नेताओं में आपसी फूट दिखाई दे रही है। बीजेपी नेता के अपनी ही पार्टी की कमियों को लेकर लगातार मिडिया में बयान बाजी कर रहें हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवी सिंह भाटी के बाद सीकर के पूर्व सांसद सुमेधानन्द सरस्वती ने भी राहुल कस्वां के टिकट कटने को लेकर राजेन्द्र राठौड़ पर निशाना साधा। उन्होंने अपनी हार का कनेक्शन भी चूरू सीट से जोड़ दिया है। उन्होंने कस्वां के टिकट कटने को भी बीजेपी की हार का एक प्रमुख कारण बताया है। उन्होंने कहा कि कस्वां के टिकट कटने से बीजेपी ने चार सीटें खोई। साथ ही उन्होंने राहुल कस्वां और देवी सिंह भाटी की तरह वसुंधरा राजे की तरफदारी की है। उन्होंने कहा कि यदि वसुंधरा राजे सक्रिय होती तो शायद चूरू में कोई भी विवाद नहीं होता। उन्होंने कहा कि वसुंधरा का चुनाव में एक्टिव नहीं रहने से पार्टी को नुकसान हुआ है। बता दें कि बीजेपी नेताओं के राहुल कस्वां के टिकट कटने और वसुंधरा राजे को साइड लाइन किए जाने को लेकर लगातार बयान सामने आ रहे हैं।
सुमेधानन्द ने अपनी हार का कनेक्शन राहुल कस्वां से जोड़ा
एक मीडिया नेटवर्क से इंटरव्यू के दौरान बातचीत करते हुए सुमेधानंद सरस्वती ने सीकर में अपनी हार को लेकर राहुल कस्वां से कनेक्शन जोड़ा है। उन्होंने कहा कि कस्वां के टिकट कटने से लोगों में गलत रिएक्शन गया। इसके कारण न केवल चूरू बल्कि सीकर से लेकर झुंझुनू और नागौर सीट पर भी राहुल कस्वां के टिकट कटने से बीजेपी को हार का नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसा नहीं होना चाहिए, क्योंकि इससे सामाजिक माहौल बिगड़ता है और यह पार्टी के लिए ठीक नहीं है। इससे लोगों में गलत मैसेज जाता है।
तो शायद चूरू में कोई भी विवाद नहीं होता…
इंटरव्यू के दौरान सुमेधानन्द ने भी राहुल कस्वां और देवी सिंह भाटी के सुर में सुर मिलाया। उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे की अनदेखी बीजेपी को भारी पड़ी है। वसुंधरा राजे बड़ी लीडर हैं। उनका वजूद राजस्थान के साथ-साथ पूरे देश में है। उन्होंने कहा कि पता नहीं क्या कारण रहे कि वह चुनाव में कहीं प्रचार में नहीं गईं। यह कारण पार्टी तो जानती है लेकिन अगर वह प्रचार के लिए जातीं तो बीजेपी को अन्य सीटों पर भी फायदा मिलता। उन्होंने चूरू लोकसभा सीट को लेकर बड़ा बयान देते हुए संकेत दिया कि यदि वसुंधरा राजे सक्रिय होतीं तो शायद चूरू में कोई भी विवाद नहीं होता।
अग्नि वीर योजना के कारण भी बीजेपी को हुआ बड़ा नुकसान
इंटरव्यू के दौरान सुमेधानन्द सरस्वती ने बीजेपी की हार के पीछे अग्नि वीर योजना का भी बड़ा कारण बताया। उन्होंने कहा कि अग्नि वीर योजना का इस चुनाव में काफी असर पड़ा है। सीकर, कुचामन और झुंझुनू में कई कोचिंग बंद हो गए। युवाओं ने अग्नि वीर योजना के कारण सेवा में जाने का मन बदल दिया। उन्होंने कहा कि हम अग्नि वीर योजना को पूरी तरह क्लियर नहीं कर पाए। इसके कारण हमें नुकसान उठाना पड़ा। कांग्रेस और आरएलपी सहित कम्युनिस्टों ने अग्नि वीर योजना के खिलाफ लोगों में जमकर माहौल बनाया। इसके कारण कई सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा।
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