संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में मंदिरों के मिलने का सिलसिला जारी है। ताजा मामला सरायतरीन इलाके में मिले राधा-कृष्ण मंदिर का है। प्रशासन की ओर से चल रहे सर्च अभियान में सालों से बंद एक और मंदिर का पता चला है। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मंदिर का ताला खुलवाया गया। प्राचीन मंदिर को राधा-कृष्ण मंदिर के नाम से जाना जाता है। एक समय में यह मंदिर हिंदू परिवारों से घिरा हुआ था। अब इस मंदिर के चारों तरफ की हिंदू आबादी गायब है। दावा किया जा रहा है कि यहां रहने वाले लोग पलायन कर चुके हैं। इस मंदिर के भी चार से पांच दशक से बंद होने की बात कही जा रही है।
पुलिस को दी गई जानकारी
संभल के सरायतरीन क्षेत्र में एक और मंदिर मिलने का मामला आया है। यह मंदिर सालों से बंद था। स्थानीय लोगों का कहना है कि त्योहारों पर पूजा होती है। पुलिस को बंद मंदिर के बारे में सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मंदिर को खुलवाया। इसके बाद वहां साफ-सफाई की प्रक्रिया शुरू कराई गई। वहीं, लोगों ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में इन इलाकों से हिंदुओं का पलायन हुआ।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि हिंदू समाज के लोगों के मन में डर का माहौल बनाया गया। प्रशासनिक मदद न मिलने से लोगों ने घर को छोड़ना ही बेहतर समझा। इस मंदिर को सैनी समाज से जुड़ा हुआ बताया गया है।
राधा-कृष्ण का है प्राचीन मंदिर
संभल में मिला मंदिर प्राचीन राधा-कृष्ण मंदिर है। इस मंदिर काफी समय से बंद चल रहा है। पर्वों के मौके पर ही इस मंदिर को खोला जाता था। मंदिर के आसपास पहले हिंदू समाज के लोग रहते थे। संभल में हिंदू-मुस्लिम हिंसा के बाद इन इलाकों से पलायन शुरू हुआ। जान का डर देखकर लोग पलायन कर गए। इस कारण मंदिर के आसपास की डेमाग्राफी बदलती गई।
प्रशासनिक स्तर पर पिछने दिनों संभल में बिजली चोरी को लेकर जांच का अभियान चल रहा है। इसको लेकर प्रशासन की टीम अभियान चला रही है। इस दौरान सांसद जियाउर्रहमान बर्क के मुहल्ले में हनुमान मंदिर मिला है। अब राधा-कृष्ण मंदिर खुलवाए जाने के बाद मंदिर परिसर में साफ-सफाई का काम कराया जा रहा है। (इनपुट: सुनील मिश्रा)
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