नई दिल्ली: मुकेश अंबानी अपने बेटे अनंत की शादी राधिका मर्चेंट के साथ धूमधाम से कर रहे हैं। इसे भारत की सबसे महंगी शादियों में से एक माना जा रहा है। यह शादी मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में हो रही है। इस शादी में देश-विदेश की कई हस्तियां शामिल हो रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 100 से ज्यादा निजी जेट विमानों को मेहमानों को लाने-ले जाने के लिए किराये पर लिया गया है। मेहमानों को शादी के उपहार में सोने और हीरे के गहने, महंगे परफ्यूम और अन्य कीमती सामान दिए जा रहे हैं। हालांकि, यह भी एक सच है कि भारत के सबसे अमीर व्यक्ति का जन्म एक महा गरीब देश में हुआ। इस देश की 99 फीसदी आबादी मुस्लिम है। यह देश दुनिया के सबसे गरीब मुल्कों में शुमार है।
दिलचस्प यह है कि मुकेश अंबानी का जन्म भारत में नहीं हुआ। 19 अप्रैल 1957 को वह यमन के अदन शहर में पैदा हुए थे। उनके पिता धीरूभाई अंबानी उस समय यमन में काम कर रहे थे। मुकेश अंबानी के जन्म के कुछ समय बाद ही उनका परिवार भारत वापस आ गया था। वह मुंबई में पले-बढ़े और उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की। फिर उन्होंने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है। मुकेश अंबानी की नीता से 1985 में शादी हुई। उनके तीन बच्चे हैं – आकाश, ईशा और अनंत। मुकेश अंबानी आज भारत के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। वह देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के मुखिया हैं।
सबसे गरीब देशों की लिस्ट में है यमन
अनंत की शादी भले भारत की सबसे महंगी शादियों में शुमार हो। लेकिन, जिस यमन में मुकेश अंबानी पैदा हुए वह आज सबसे गरीब देशों की लिस्ट में है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) 2023 के आंकड़ों के अनुसार, यमन दुनिया के सबसे गरीब देशों की सूची में 11वें स्थान पर है। आईएमएफ के 2024 के अनुमानों के मुताबिक, 1,996.475 डॉलर प्रति व्यक्ति जीडीपी के साथ उसके 9वें स्थान पर खिसकने की आशंका है। विश्व बैंक के अनुसार, यमन ऐतिहासिक रूप से मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के सबसे गरीब देशों में से एक रहा है। यमन मुस्लिम देश है। यहां की 99 फीसदी से अधिक आबादी मुस्लिम है।
यह है दुनिया का सबसे गरीब मुल्क
आईएमएफ के आंकड़ों बताते हैं कि दक्षिण सूडान दुनिया का सबसे गरीब देश है। 2024 में इसकी अनुमानित जीडीपी प्रति व्यक्ति आय 455.157 डॉलर है। 2011 में दक्षिण सूडान स्वतंत्रता प्राप्त करके दुनिया का सबसे युवा देश बन गया था। यह बड़ी आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहा है।
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