लखनऊ: राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर सेक्टर-20 में रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इस मामले में पुलिस ने ड्राइवर अखिलेश यादव, रवि और रंजीत को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने जो बताया, वो सुनकर उनके होश उड़ गए।

मुख्य आरोपी अखिलेश यादव ने बताया कि जैसे ही रंजीत ने पेंचकस मारा और उसने गला कसना शुरू किया, तो मोहिनी बोल पड़ीं, तुम ऐसा क्यों कर रहे हो अखिलेश, जो तुमको चाहिए वह ले लेना, मुझे मत मारो, मैं तुमको अपने बच्चे की तरह मानती हूं। अखिलेश ने पूछताछ में बताया कि उसने मोहिनी की बातों को सुनकर भी अनसुना कर दिया। पहले तय किया था कि उन्हें मार देगा, इसलिए वही किया। यह भी डर था कि मोहिनी बच जाती, तो उनकी पहचान हो जाती। इस पर जब पुलिस अफसर ने कहा कि तुम तब भी नहीं बचे। इस पर अखिलेश ने कहा कि जो सोचा था, वह नहीं हो सका। अब जो हो गया, सो हो गया।

रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र ने पुलिस को बताया था कि मोहिनी तभी दरवाजा खोलती थी, जब कोई परिचित आता था। उस दिन उन्होंने अखिलेश को देखा तो दरवाजा खोल दिया। अखिलेश और रवि को पता था कि 25 मई को नौकरानी शादी में गई है, इसलिए वारदात के लिए यही समय चुना था। अखिलेश यादव ने पूरी वारदात की साचिश रची थी। आरोपियों ने बताया कि रवि ने कहा था कि केवल लूट करोगे, तो मोहिनी पहचान जाएगी। इस कारण उसने कहा था कि मोहिनी को हर हाल में मार देना, छोड़ना मत।

कब क्या हुआ

  • 25 मई को सुबह साढ़े सात बजे से साढ़े नौ बजे के बीच मोहिनी की घर में घुसकर हत्या और लूटपाट हुई।
  • 26 मई को फुटेज में दिख रहे दोनों युवकों की पहचान का प्रयास शुरू हुआ।
  • 27 मई को पुलिस ने रंजीत और अखिलेश के घर दबिश दी, लेकिन दोनों हाथ नहीं लगे।
  • 28 मई को पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने रंजीत, अखिलेश की तलाश में लगी। दोपहर को दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

विवेक मिश्रा

लेखक के बारे में

विवेक मिश्रा

जन्मस्थली बाराबंकी है और कर्मस्थली तीन राज्य के कई शहर रहे हैं। 2013 में प्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत की। मप्र जनसंदेश, पत्रिका, हिंदुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण होते हुए नवभारत टाइम्स के साथ डिजिटल मीडिया में कदम रखा।… और पढ़ें

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