अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक रेप जैसी जघन्य घटना के बाद योगी सरकार की कानून व्यवस्था सवालों घेरे में आ गई है। पहले अयोध्या में 12 साल की बच्ची से गैंगरेप और अब जौनपुर में बीजेपी नेता की बेटी के साथ चलती गाड़ी में दुष्कर्म की घटना सामने आई है। इसको लेकर विपक्षी दलों ने जोरदार हमला बोला है। वहीं, सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस तरह के आरोपियों का DNA टेस्ट कराने तक की मांग कर दी है। उधर, अखिलेश के बयान पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने पलटवार कर दिया है। सीएम योगी ने अयोध्या जैसी घटनाओं का संज्ञान लेते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं।

राम नगरी अयोध्या में हुए गैंगरेप की वारदात का मामला विधानसभा सत्र में भी उठा था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोपी को सपा सांसद का करीबी बताते हुए कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी। बीते दिनों गैंगरेप पीड़िता की मां ने सीएम योगी से मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान सीएम योगी ने परिजनों को आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया था। साथ ही आरोपियों की अवैध संपत्ति पर बुल्डोजर की कार्रवाई करने की बात कही थी। इसी क्रम में शनिवार को अयोध्या में बच्ची से गैंगरेप के आरोपी मोइद खान की संपत्ति पर बुल्डोजर की कार्रवाई की गई है। इस वारदात को लेकर सीएम योगी से लेकर बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर चौतरफा हमला बोल दिया है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि आरोपी मोइद सपा का नेता है और अयोध्या से सपा सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी भी है।

अखिलेश यादव ने कहा- आरोपियों का डीएनए टेस्ट होना चाहिए

इसी बीच, सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक पोस्ट कर दिया है, जिसमें सपा मुखिया ने आरोपियों का डीएनए टेस्ट कराने की बात कही है। अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है, उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए, न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों, तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है। वहीं, अखिलेश के इस पोस्ट पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने पलटवार कर दिया है।

मायावती ने कहा- सपा सरकार में कितने डीएनए टेस्ट हुए

बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि यूपी सरकार द्वारा अयोध्या गैंगरेप केस में आरोपी के विरुद्ध की जा रही सख्त कार्रवाई उचित, लेकिन सपा द्वारा यह कहना कि आरोपी का डीएनए टेस्ट होना चाहिए, इसे क्या समझा जाए, जबकि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने DNA टेस्ट हुए हैं। साथ ही यूपी में अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था में भी खासकर महिला सुरक्षा एवं उत्पीड़न आदि को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अयोध्या, लखनऊ आदि की घटनाएं अति-दुखद और चिंतित करने वाली है। सरकार इनके निवारण के लिए जाति-बिरादरी एवं राजनीति से ऊपर उठकर सख़्त कदम उठाए तो बेहतर। बता दें कि अयोध्या के बाद जौनपुर में रेप की घटना के बाद यूपी की राजनीति गरमा गई है। सूबे की कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर विपक्षी पार्टियों ने हमला बोलना शुरू कर दिया है।

विवेक मिश्रा

लेखक के बारे में

विवेक मिश्रा

जन्मस्थली बाराबंकी है और कर्मस्थली तीन राज्य के कई शहर रहे हैं। 2013 में प्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत की। मप्र जनसंदेश, पत्रिका, हिंदुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण होते हुए नवभारत टाइम्स के साथ डिजिटल मीडिया में कदम रखा।… और पढ़ें

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